ॐ नमः शिवाय
जय श्री महाकाल
तत पुरुषाय विध्महे महादेवाय
धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् !
वन्दे देव उमापतिम सुरगुरुं वन्दे जगत् कारणं,वन्दे पन्नग भूषणं
मृग्धरम वन्दे पशूनाम्पतिम !
वन्दे सूर्य शशांक वहिनयनम वन्दे मुकुंदप्रियम,वन्दे भक्त
जनाश्रयम च वरदम वन्दे शिवम् शंकरं !!
मृत्तुन्जय महाकाल त्राहिमाम शरणागतः , जन्म मृत्यु
जरा व्याधि पीड़ितो कर्म बंधनाह !!
आकाशे तारका लिंगम, पाताले हात्केश्वारह
मृत्युरर्लोके महाकाले, लिंगम त्रियम नमोस्तुते !
अवन्तिकायाम विहिव्तारम मुक्ति प्रदायनाय च
सज्जनाम, अकाल मृत्तुर परिरक्शनाय, वन्दे महाकाल
महा सुरेश्वरम !!
ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव
वन्दनार्थ मृत्तुर्मुक्षीय मामृतात !!
कर्पूरगौरम करुणावतारम संसारसारं भुजगेंद्रहारम!
सदा वसंतम हृदया रविन्दे भवम भवानी सहितं
नमामि !!!
उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख धार्मिक शहर है जो क्षिप्रा नदी के किनारे बसा है। उज्जैन बहुत ही पुराना शहर है। यह विक्रमादित्य के राज्य की राजधानी थी। इसे कालिदास की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहां हर 12 साल में सिंहस्थ कुंभ मेला लगता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक महाकाल इस नगरी में स्थित है । उज्जैन के प्राचिन नाम अवन्तिका, उज्जयनी, कनकश्रन्गा आदि है। उज्जैन मन्दिरो की नगरी है। यहा कई तीर्थ स्थल है।
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