Thursday 9 April 2015

सिंहस्थ कुंभ के कार्यों से उज्जैन शहर की तस्वीर भी बदले


मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम ने आज मंत्रालय में उज्जैन के सिहंस्थ-कुंभ 2016 के आयोजन की पूर्व तैयारियों और निर्माणाधीन कार्यों की एक बैठक में समीक्षा की। बैठक में लगभग 100 करोड़ रुपए के 18 नए कार्यो को मंजूरी प्रदान की गई। ये कार्य नगर निगम उज्जैन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण विभाग और मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा किए जाएंगे।
आज स्वीकृत प्रमुख कार्यों में सात सरोवरों का विकास (रुद्र सागर छोड़कर) सिहंस्थ कुंभ मेला पड़ाव क्षेत्र पहुँच मार्ग, उज्जैन शहरी क्षेत्र में चौड़े किए गए मार्गों पर सेन्ट्रल लाइटिंग हरिफाटक ब्रिज जंक्शन के चौड़ीकरण, लाल पुल के पास रेलवे ओव्हर ब्रिज, मंगलनाथ मंदिर और सिद्धनाथ मंदिर के मध्य क्षिप्रा नदी पर पुल, गऊघाट पर स्थापित 12 एमजीडी प्लांट का सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्य, अम्बोदिया प्लांट पर मैकेनिकल कार्य, भेरुगढ़ में 132/33 केवी विद्युत उप केंद्र शामिल हैं।
मुख्य सचिव ने बैठक में अधिकारियों को निर्माणाधीन कार्यों की पूर्णता यथासमय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि सिंहस्थ कुंभ के लिए किए जाने वाले कार्यों का स्थायी लाभ लिए जाने पर भी ध्यान दिया जाए। नए निर्माण कार्यों से उज्जैन शहर का स्वरूप भी अपेक्षाकृत आधुनिक बनना चाहिए। मुख्य सचिव ने चल रहे कार्यों की विभागवार जानकारी प्राप्त की।
पंचक्रोशी यात्रा मार्ग बने सुविधाजनक
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पंचक्रोशी क्षेत्र में विभिन्न पड़ाव स्थलों पर जरुरी सुविधाएँ विकसित की जाये। मार्ग में ऐसे पौधे लगाए जो छायादार वृक्ष बनें और उनका लाभ यात्रियों को मिल सके। पंचक्रोशी क्षेत्र के पड़ाव स्थल पर चार उच्च-स्तरीय टंकियाँ निर्मित की जा रही हैं। इसके अलावा पाईप लाइन एवं ड्रेनेज व्यवस्था भी की जाएगी। इन कार्यों पर 9 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च होगी। उल्लेखनीय है कि पंचक्रोशी यात्रा कुंभ के साथ ही प्रति वर्ष भी होती है।
क्षिप्रा-अवंतिका होटल उन्नयन कार्य
बैठक में बताया गया कि पर्यटन विकास निगम की ओर से 10 करोड़ रुपए की लागत से क्षिप्रा एवं अवंतिका होटल के उन्नयन कार्य प्रस्तावित हैं। इसी तरह एक बजट होटल का निर्माण भी किया जा रहा है।
वॉच टावर
बैठक में जानकारी दी गई कि सिंहस्थ मेला प्राधिकरण द्वारा सिंहस्थ मेला टावर के लिए भू-अर्जन की कार्यवाही की जा रही है। कंट्रोल रूम-सह-वॉच टावर और मेला कार्यालय के निर्माण की मंजूरी आवास एवं पर्यावरण विभाग द्वारा दी गई है।
रेलवे ओवर ब्रिज और पुल
लोक निर्माण विभाग उज्जैन में जीरो प्वाइंट मक्सी मार्ग के पास रेलवे ओवर ब्रिज बनाएगा। इसी तरह मुक्तेश्वर पर क्षिप्रा पार के लिए पुल, नृसिंहघाट के पास पुल और बड़े पुल के पास क्षिप्रा सेतु के समांतर (चक्र तीर्थ के पास) अतिरिक्त पुल का निर्माण किया जाएगा। बैठक में मक्सी मार्ग से आगर मार्ग को जोड़ने वाले लिंक मार्ग पर रेलवे ब्रिज के संबंध में भी चर्चा हुई।
पुलिस कर्मियों के लिए बैरक और कंट्रोल रूम
गृह निर्माण मंडल और पुलिस हाउसिंग एजेंसी द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम और पुलिस कर्मियों के ठहरने के लिए बैरकों के निर्माण पर 19 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी।
स्वास्थ्य सुविधाएँ
बैठक में बताया गया कि उज्जैन में 200 बिस्तर के नए अस्पताल ब्लाक के निर्माण और जीवाजीगंज अस्पताल के उन्नयन पर 15 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
खान नदी डायवर्शन
जल संसाधन विभाग द्वारा खान नदी के डायवर्शन का कार्य हाथ में लिया जाएगा। खान नदी के प्रदूषित पानी को पवित्र क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए ग्राम पंथ पिपलई के पास बैराज बनाकर वर्षा काल के बाद का पानी रोका जाएगा एवं खान नदी के बाएं तट पर 29 कि.मी. लम्बी पक्की नहर बनाई जाएगी। इससे नैसर्गिक पानी प्रवाह मंगलनाथ के नीचे क्षिप्रा नदी में छोड़ा जाना संभव होगा। इस परियोजना के लिए 70 करोड़ 36 लाख की योजना प्रस्तुत की गई है।
घाटों का निर्माण और मंदिर परिसरों का विस्तार
कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों के निर्माण और मंदिर परिसरों के विस्तार के कार्य हाथ में लिए गए हैं। लगभग पाँच करोड़ रुपए की लागत से कबीर घाट का निर्माण पूरा हो चुका है। जल संसाधन विभाग द्वारा सेवरखड़ी जलाशय और सोमतीर्थ कुण्ड विकास कार्य को आने वाले वर्ष में पूरा किया जाएगा। सवा दो सौ करोड़ के कुल बीस कार्य संचालित हैं। उज्जैन नगर निगम द्वारा 100 करोड़ रुपए लागत के दस कार्य किए जा रहे हैं। इसमें प्रमुख रुप से हरसिद्धी मंदिर से नृसिंह घाट होते हुए लाल पुल तक सीमेंट रोड, चामुण्डा माता से नई सड़क तक रोड और सिंहस्थ पड़ाव स्थल के विकास के कार्य शामिल हैं। कुंभ क्षेत्र का मास्टर प्लान बनाने की कार्यवाही भी की जा रही है।
बैठक में बताया गया कि उज्जैन में मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 725 करोड़ रुपए के 10 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। सड़क विकास निगम ने 200 करोड़ के चार सड़क निर्माण कार्य की पहल की है। इनमें उज्जैन पश्चिम बायपास रिंग रोड टू लेन, उज्जैन-मक्सी मार्ग, उज्जैन-बदनावर मार्ग और उज्जैन-झालावाड़ मार्गर् शामिल हैं।

No comments:

Post a Comment