Saturday 7 March 2015

ॐ का महत्व

!!! राजाधिराज महाकाल महाराज की जय !!!
�� ॐ के 11 शारीरिक लाभ ��
ॐ, ओउम् तीन अक्षरों से बना है :- अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,
"उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,
"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन"
हो जाना ।।
ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और
पूरी सृष्टि का द्योतक है । ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ
प्रदान करता है ।।
जानें, ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक...और अपनाएं आरोग्य के
लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग.!!!
�� ॐ और थायरायड :-
ॐ का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है,
जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है ।।
�� ॐ और घबराहट :-
अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है, तो ॐ के
उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं ।।
�� ॐ और तनाव :-
यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के
कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है ।।
�� ॐ और खून का प्रवाह :-
यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है ।।
�� ॐ और पाचन :-
ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है ।।
�� ॐ लाए स्फूर्ति :-
इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार
होता है ।।
�� ॐ और थकान :-
थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं ।।
�� ॐ और नींद :-
नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है
। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से
निश्चिंत नींद आएगी ।।
�� ॐ और फेफड़े :-
कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में
मज़बूती आती है ।।
�� ॐ और रीढ़ की हड्डी :-
ॐ के पहले शब्द का उच्चारण करने से कंपन पैदा होती है । इन
कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और
इसकी क्षमता बढ़ जाती है ।।
�� ॐ दूर करे तनाव :-
ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर
तनाव-रहित हो जाता है ।।
आशा है आप अब कुछ समय ॐ का उच्चारण जरुर करेंगे ।
!!! जय श्री महाकाल !!!

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