यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश की धार्मिक
राजधानी कही जाने वाली उज्जैन
नगरी में स्थित है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
की विशेषता है कि ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग
है। यहां प्रतिदिन सुबह की जाने
वाली भस्मारती विश्व भर में प्रसिद्ध है।
महाकालेश्वर की पूजा विशेष रूप से आयु वृद्धि और आयु पर
आए हुए संकट को टालने के लिए की जाती है।
उज्जैन वासी मानते हैं कि भगवान महाकालेश्वर
ही उनके राजा हैं और वे ही उज्जैन
की रक्षा कर रहे हैं।
उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख धार्मिक शहर है जो क्षिप्रा नदी के किनारे बसा है। उज्जैन बहुत ही पुराना शहर है। यह विक्रमादित्य के राज्य की राजधानी थी। इसे कालिदास की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहां हर 12 साल में सिंहस्थ कुंभ मेला लगता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक महाकाल इस नगरी में स्थित है । उज्जैन के प्राचिन नाम अवन्तिका, उज्जयनी, कनकश्रन्गा आदि है। उज्जैन मन्दिरो की नगरी है। यहा कई तीर्थ स्थल है।
Tuesday 17 February 2015
महाकालेश्वर
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